आज भी संभालकर रखा है मैंने वो ख़त वो यादें, वो लिखा हुआ मेरी बहन का ख़त। शादी के बा आज भी संभालकर रखा है मैंने वो ख़त वो यादें, वो लिखा हुआ मेरी बहन का ख़त। ...
हर साल बस ईद के दिन, मेरे नाम एक पैगाम लिखना, मेरी मौत के बाद हो सके तो, अपनी अम्मी हर साल बस ईद के दिन, मेरे नाम एक पैगाम लिखना, मेरी मौत के बाद हो सके तो, ...
जवाब नहीं मिलता तो ढूंढ़ती हैं, तलाशती हैं मुझे.…और फिर झकझोर देती हैं मुझे, जवाब नहीं मिलता तो ढूंढ़ती हैं, तलाशती हैं मुझे.…और फिर झकझोर देती हैं मुझे,
कुछ एहसास थे छुपाए हुए कुछ एहसास थे छुपाए हुए
यादों पर छाया अंधेरा झट से दूर हुआ । बेचैन हुई उन्हे मिलने के लिए!! यादों पर छाया अंधेरा झट से दूर हुआ । बेचैन हुई उन्हे मिलने के लिए!!